पानी में विस्की मिलाओ तो नशा चढ़ता है; पानी में रम मिलाओ तो नशा चढ़ता है; पानी में ब्रेंड़ी मिलाओ तो नशा चढ़ता है; साला पानी में ही कुछ गड़बड़ है।

प्यार हुआ इकरार हुआ है; प्यार से फिर क्यों डरता है दिल; क्यों न डरे दिल? . .. ... क्योंकि आजकल के प्यार से बढ़ता है सिर्फ मोबाइल और रेस्टौरेंट का बिल!

ये मामला भी कैसा अजीब है; तू दूर होकर भी मेरे करीब है; ख्वाहिश मिटा तू अपने दिल से उसे पाने की; क्योंकि जो लड़का तुझे पसंद है वो खानदानी गरीब है!

सुस्ती भरे जिस्म को जगाते क्यों नहीं
उठकर सबेरे नहाते क्यों नहीं
मैसेज भी तुम्हारा गंद मारता है
नहाकर फिर परफ्यूम लगाते क्यों नहीं

ना इश्क कर मेरे यार यह लड़कियां बहुत सताती हैं; न करना इन पर एतबार यह खर्चा बहुत करवाती हैं; रिचार्ज तुम करवा के देतो हो; और नंबर मेरा लगाती हैं!

आपको अंदाजा भी नहीं है कि मेरी मोहब्बत कितनी रंगीन थी
प्यार की पोल खुलते ही मेरे पापा ने मेरे गाल लाल कर दिए थे और उसके पापा ने
उसके हाथ पीले

आशिक पागल हो जाते हैं प्यार में; बाकी कसर पूरी हो जाती है इंतज़ार में; मगर ये दिलरुबा नहीं समझती; वो तो गोल गप्पे और पपड़ी खाती फिरती है बाज़ार में!

अर्ज़ किया है: मेरे इश्क के बालिंग ने उसके दिल का विकेट गिरा दिया; पर तक़दीर तो देखो उसका बाप अंपायर निकला; . . . मेरी बाल को नो बाल देकर फ्री हिट कर दिया!

आजकल की लडकिया इतनी हाई क्लास की हो गई हैं
कि साला ‪‎जलेबी‬ भी काँटेदार चम्मच में फंसाकर खा रही है
और हम तो न्यूडल्स‬ भी दाल चावल की तरह खाते है

पानी में विस्की मिलाओ तो नशा चड़ता है
पानी में रम मिलाओ तो नशा चड़ता है
पानी में ब्रेंड़ी मिलाओ तो नशा चड़ता है
साला पानी में ही कुछ गड़बड़ है

मुड़-मुड़ कर ना देख मुझे यूँ हँसते-हँसते; अर्ज़ किया है; मुड़-मुड़ कर ना देख मुझे यूँ हँसते-हँसते; कहीं ऐसा ना हो मेरे दोस्त तुझे कह दें भाभी जी नमस्ते!

तेरी गलतियों को माफ़ कौन करता; मैं ना रहता तो तुझसे इन्साफ कौन करता; शुक्र है खुदा ने सलामत रखा मेरे दोस्त को; वरना मेरी शादी में जूठी प्लेटें साफ़ कौन करता!

कोई तो बुक ऐसी मिलती जिस पे दिल लुटा देते; हर सब्जेक्ट ने दिमाग़ खाया किसी एक को निपटा देते; अब सेलेबस देख कर ये सोचते हैं कि; एक महीना ओर होता तो दुनिया हिला देते।

तेरे बारे में सोचा तो मुझे एक ख्याल आया; तुझे मैंने दोस्त बना के ज़िन्दगी में क्या पाया; बाकी बातों को तो तू मार गोली; पहले ये बता तूने पड़ोस वाली आइटम को कैसे पटाया!

तुम्हारा हर मैसेज मेरे रोम रोम में गुदगुदी पैदा करता है; जब भी मैं पढता हूं मेरा दिल जोर से धड़कता है; लेकिन क्या करें कसूर तुम्हारा नहीं है; यह मोबाइल ही वाईबरेशन मोड पर चलता है!