अर्ज़ किया है.. लड़की रो रो के लड़के से कह रही है.. वाह! वाह!! लड़की रो रो के लड़के से कह रही है.. हाथ छोड़ दे कमीने नाक बह रही है।

आपने दिल का हाल बताना छोड़ दिया; हमने भी गहराई में जाना छोड़ दिया; होली से पहले ही आपने; सुबह नहाना छोड़ दिया। शुभ सर्दी।

बारिश का मौसम बहुत तडपता है; उनकी याद हैं जिन्हें दिल चाहता है; लेकिन वो आए भी तो कैसे; ना उनके पास रैन कोट है और ना छाता है।

नींद आती है तो एक ख्वाब आता है; ख्वाब में इक लड़की आती है और पीछे उसका बाप आता है; फिर क्या फिर ना नींद आती है ना ख्वाब आता है!

जीवन में एक चीज़ याद रखना: आंसू पोछने वाले बहुत मिलेंगे; पर नाक पूछने वाला कोई नहीं मिलेगा; तो ज़ेब में हमेशा रुमाल रखना।

जिंदगी में वही सफलताओ की बुलंदियों को छूते हैं
जो साईकिल की चेन उतरते ही तुरंत उल्टा पैडल मारकर चेन चढा लिया करते थें

क्या हुआ जो उसने रचा ली मेहँदी; हम भी अब सेहरा सजायेंगे; तो क्या हुआ अगर वो हमारे नसीब में नहीं; अब हम उसकी छोटी बहन पटायेंगे!

दिल की धड़कन रुक सी गई; सांसें मेरी थम सी गई; पूछा हमने दिल के डॉक्टर से तो पता चला; कि सर्दी के कारण आपकी यादें दिल में जम सी गई।

आज तुम पे आंसुओं की बरसात होगी; फिर वही कड़कती रात होगी; SMS ना करके तूने दिल दुखाया है मेरा; जा तेरे बदन में खुजली सारी रात होगी!

सवेरा क्या हुआ सितारों को भूल गए; सूरज क्या आया चाँद को भूल गये; गुजरे क्या पल हमारे मैसेज के बिना; आप हमें मैसेज करना भूल गये!

अर्ज़ किया है खुदा बचाये हमें इन हसीनो से वाह वाह
खुदा बचाये हमें इन हसीनो से लेकिन इन हसीनो को कौन बचाये हम जैसे कमीनो से

रानी की ख्वाइश पूरी करने की भी बादशाह की एक हद होती है
अपनी रानी पर सबकुछ लूटा दे तो वो बादशाह नहीं बेगम का गुलाम कहलाता है

इतने कमज़ोर हुए तेरी जुदाई में; जर्रा गौर फर्रमाँइए: इतने कमज़ोर हुए तेरी जुदाई में; कि चींटी भी अब खींच ले जाती है चारपाई से!

हम गुजरे उनकी गली से अजब इतफाक था
हम गुजरे उनकी गली से अजब इतफाक था
उन्होंने फेंका हम पे फूल
लेकिन कमबख्त गमला भी साथ था

जुल्फों में फूलों को सजा के आयी; चेहरे से दुपट्टा उठा के आयी; किसी ने पूछा आज बड़ी खुबसूरत लग रही है; हमने कहा शायद आज नहा के आयी!