बेहद करीब है वो शख्स आज भी मेरे इस दिल के
जिसने खामोशियों का सहारा ले दूरियों को अंजाम दिया

अगर मेरी चाहतो के मुताबिक जमाने में हर बात होती
तो बस मै होता वो होती और सारी रात बरसात होती

कुर्बान हो गया मैं उस सख्श की हाथों की लकीरों पर
जिसने तुझे माँगा भी नहीं और तुझे पा भी लिया

मुफ्त में नहीं आता यह शायरी का हुनर
इसके बदले ज़िन्दगी हमसे
हमारी खुशियों का सौदा करती है

वो खुद पर गरूर करते है तो इसमें हैरत की
कोई बात नहीं जिन्हें हम चाहते है वो आम हो ही नहीं सकते

जब दो लोग एक दूसरे के बारे में सच में खुश हों तो आम तौर पर किसी को यह लगता है कि वो गलत कर रहे हैं।

मरने वाले तो एक दिन बिन बताए मर जाते है
रोज़ तो वो मरते है जो खुद से ज़्यादा किसी को चाहते हैं

सुना है प्यार मे कोई रूठे तो उसको शायरी से मनाते है
ना हम कभी रूठे है ना हमको किसी ने मनाया है

नींद उड़ा कर मेरी कहते है वो कि सो जाओ कल बात करेंगे
अब वो ही हमें समझाए कि कल तक हम क्या करेंगे

बेचैन राते बिताकर मैं किश्तें चुका रहा हूँ
उसने एक बार मुस्कुराकर कुछ यूँ कर्ज़दार कर दिया

मेरी तकदीर को बदल देंगे मेरे बुलंद इरादे
मेरी किस्मत नहीं मोहताज मेरे हाँथों की लकीरों की

पैसा कमाने के लिए इतना वक़्त खर्चा
ना करो कि
.
..
पैसा खर्च करने के लिए वक़्त ही ना
मिले।

नजर‬ झुका के बात कर ‪पगली‬ जीतने तेरे पास ‪कपडे‬ नही होन्गे
उतने‬ तो मे रोज ‪लफडे‬ करता हुं

जरूरी नहीं जो खुशि दे उसीसे प्यार करो
सच्ची मुहोब्बत तो अक्सर दिल तोडने वालों से ही होती है

बडे अजीब है इस दुनिया में लोग...
ये ऊपरवाले को तो एक मानते हैं,
लेकिन ऊपरवाले कि एक नही मानते !!!