घर से बाहर वो नक़ाब मे निकली
सारी गली उनकी फिराक मे निकली
इनकार करते थे वो हमारी मोहब्बत से
ओर हमारी ही तस्वीर उनकी किताब से निकली
घर से बाहर वो नक़ाब मे निकली
सारी गली उनकी फिराक मे निकली
इनकार करते थे वो हमारी मोहब्बत से
ओर हमारी ही तस्वीर उनकी किताब से निकली
मानते हैं सारा जहाँ तेरे साथ होगा
खुशी का हर लम्हा तेरे पास होगा
जिस दिन टूट जाऐगी साँसे हमारी
उस दिन तुझे हमारी कमी का एहसास होगा
और कभी तुझे ना भूलने का इरादा करते हैं,
मेरा रब मेरी नहीं किसी और की तो सुन ही लेगा ना,
ये सोच कर हर इक से तेरे लिए दुआ करवाया करते हैं
...
हर एक मोड पे हम गिरते थे किसी ने भी ना हमको उठाया था,
तब तूने ही सनम एक उमीद का दिया जलाया था,
अपने हर एक गम को छुपाकर मुझे जीना सिखाया था,
हम अपने पर गुरुर नहीं करते याद करने के लिए किसी को मजबूर
नहीं करते
मगर जब एक बार किसी को दोस्त बना ले तो उससे अपने दिल से दूर नहीं करते
दिल लगता नहीं है अब तुम्हारे बिना
खामोश से रहने लगे है तुम्हारे बिना
जल्दी लौट के आओ अब यही चाह है
वरना जी ना पाएँगे तुम्हारे बिना
अच्छे के साथ अच्छे रहे लेकिन बुरे के साथ बुरे नहीं बने
क्योंकि पानी से खून साफ कर सकते है लेकिन खून से खून नहीं
लेकिन खून से खून नहीं...
उदास हो तो कभी मेरी हसी माँग लेना,
ग़म हो तो मेरी खुशी माँग लेना!
रब तुम्हे लम्बी उमर दे,
एक पल भी कमी पडै तो मेरी जिन्द्गी माँग लेना!!
=RPS
राह ताकते हैं हम उनके इंतज़ार में; साँसे भरते हैं उनके एक दीदार में; रात न कटती है न होता है सवेरा; जबसे दिल के हर कोने में हुआ है आपका बसेरा।
मौसम को मौसम की बहारों ने लूटा
हमे कश्ती ने नहीं किनारों ने लूटा
आप तो डर गये मेरी एक ही कसम से
आपकी कसम देकर हमें तो हज़ारों ने लूटा
घर से बाहर वो नक़ाब मे निकली
सारी गली उनकी फिराक मे निकली
इनकार करते थे वो हमारी मोहब्बत से
ओर हमारी ही तस्वीर उनकी किताब से निकली
क्यो किसी से इतना प्यार हो जाता है
एक पल का इंतज़ार भी दुश्वार हो जाता है
लगने लगते है अपने भी प्यारे
और एक अजनबी पर ऐतबार हो जाता है
जब मुल्ला को मस्जिद में राम नजर आए
जब पंडित को मंदिर में रहमान नजर आए
सुरत ही बदल जाए इस दुनिया की गर
इंसान को इंसान में इंसान नजर आए
जो जितना दूर होता है नज़रो से उतना ही वो दिल के पास होता है
मुस्किल से भी जिसकी एक ज़लक देखने को ना मिले वही ज़िंदगी मे सबसे ख़ास होता है
क्यों किसी से इतना प्यार हो जाता है
एक पल का इंतज़ार भी दुश्वार हो जाता है
लगने लगते है अपने भी पराये
और एक अजनबी पर ऐतबार हो जाता है