तु ही बता दिल तुझे समझाऊं कैसे; जिसे चाहता है तु उसे नज़दीक लाऊं कैसे; यूँ तो हर तमन्ना हर एहसास है वो मेरा; मगर उस एहसास को यह एहसास दिलाऊं कैसे!
तु ही बता दिल तुझे समझाऊं कैसे; जिसे चाहता है तु उसे नज़दीक लाऊं कैसे; यूँ तो हर तमन्ना हर एहसास है वो मेरा; मगर उस एहसास को यह एहसास दिलाऊं कैसे!
अलफाज़ो की सिआही से उन्हें हम तक पहुँचाना...
सम्भालेगा ये सागर तेरी आँख के हम मोती को कुछ इस तरह..
... की बन जाऐ हम मोती मेरी जिन्दगी का खज़ाना..
तुम्हारी पसंद हमारी चाहत बनजाए तुम्हारी मुस्कराहट दिल की राहत बनजाए
खुदा खुशीओ से इतना खुश करदे आपको की आपको खुश देखना हमारी आदत बनजाए
दोस्ती जीवन में प्यार से भी ज्यादा गहरा निशान छोड़ती है। प्यार कभी-कभी जुनून बन सकता है पर दोस्ती तो बस हमेशा सुख-दुःख बाँटने के लिए होती है।
प्यार का तोफा हर किसी को नहीँ मिलता
ये वो फूल है जो हर बाग मे नही खिलता
इस फुल को कभी टूटने मत देना
क्योकि तुटा हुआँ फुल वापीस नहीँ खिलता
दिल की किताब में गुलाब उनका था
रात की नींद में वो ख्वाब उनका था
है कितना प्यार हमसे जब ये हमने पूछ लिया
मर जाऐगे बिन तेरे ये जवाब उनका था
चुपके से आकर इस दिल में उतर जाते हो; सांसों में मेरी खुशबु बन के बिखर जाते हो; कुछ यूँ चला है तेरे इश्क का जादू; सोते जागते तुम ही तुम नज़र आते हो।
तुम आए ज़िंदगी मे कहानी बन कर
तुम आए ज़िंदगी मे रात की चाँदनी बन कर
बसा लेते है जिन्हे हम आँखो मे
वो अक्सर निकल जाते है आँखो से पानी बन कर
भीड़ में भी महसूस होती है तन्हाई अँधेरे में दिखती है तुम्हारी पडछाई
तुम क्या समजोगे हमारे प्यार की सच्चाई सागर से भी गहरी हो जिसकी गहराई
बिन ख्वाबों के भी क्या कोई सो पाया है; बिन यादों के भी क्या कोई रो पाया है; दोस्ती आपकी धड़कन है इस दिल की; क्या दिल भी कभी धड़कन से अलग हो पाया है!
अगर चीन को हरियाणा की सीमा लगती तो
हमारे हरियाणे की लेडीज ही बिटोङे बना बना कर आधे चीन पर कब्जा कर लेती
और चीन का कब्जे से भरोसा ही उठ जाता
जब से देखा है तेरी आँखों मे झाक कर
कोई भी आईना अच्छा नहीं लगता
तेरी मोहब्बत मे ऐसे हुए हैं दीवानें
तुम्हें कोई और देखें अच्छा नहीं लगता
प्यार का तोफा हर किसी को नहीँ मिलता,
ये वो फूल है जो हर बाग मे नही खिलता,
इस फुल को कभी टूटने मत देना,
क्योकि टूटा हुआँ फुल वापीस नहीँ खिलता.
तुम हँसों तो खुशी मुझे होती है
तुम रूठो तो आँखे मेरी रोती हैं
तुम दूर जाओ तो बेचैनी मुझे होती है
मेहसुस कर के देखो महोब्बत ऐसी ही होती है
हर शाम से तेरा इज़हार किया करते है हर ख्वाब मे तेरा दीदार किया करते है
दीवाने ही तो है हम तेरे जो हर वक़्त तेरे मिलने का इंतज़ार किया करते है