दुरियों से फर्क नहीं पडता
बात तो दिल की नज़दिकियों की होती है
दिल के रिश्ते तो किसमत से बनते हैं
वरना मुलाकात तो जाने कितनो से होती है
...

मेरी याद तुम हो
उस याद से जब दिल खिल उठाता है तो होंठों पर मुस्कुराहट तुम हो
आज सिर्फ इतना कहना है
मैं सिर्फ तुम्हारा और तुम सिर्फ मेरी हो

सबसे अलग सबसे न्यारे हो आप
तारीफ कभी पुरी ना हो इतने प्यारे हो आप
आज पता चला कि जमाना क्यों जलता है हमसे
क्यों कि दोस्त तो आखिर हमारे हो आप

सबसे अलग सबसे न्यारे हो आप
तारीफ कभी पुरी ना हो इतने प्यारे हो आप
आज पता चला कि जमाना क्यों जलता है हमसे
क्यों कि दोस्त तो आखिर हमारे हो आप

दोस्ती हर चहरे की मीठी मुस्कान होती है
दोस्ती ही सुख दुख की पहचान होती है
रूठ भी गऐ हम तो दिल पर मत लेना
क्योकि दोस्ती जरा सी नादान होती है

एक दिन जब हुआ प्यार का अहसास उन्हें
वो सारा दिन आकर हमारे पास रोते रहे
और हम भी इतने खुद गर्ज़ निकले यारों कि
आँखे बंद कर के कफ़न में सोते रहे

दिल के जख्मों को उनसे छुपाना पड़ा
पलके भीगीं थी पर मुस्कुराना पड़ा
कैसे उल्टे हैं महोब्बत के ये रिवाज
रूठना चाहते थे पर उनको मनाना पड़ा

सब कुछ है मेरे पास पर दिल की दवा नहीं
दूर वो मुझसे हैं पर मैं खफा नहीं
मालूम है अब भी प्यार करते है मुझसे
वो थोडा सा जिद्दी है मगर बेवफा नहीं

याद आते है तो ज़रा खो लेते हैं...
आँसू आँखो मे उतर आऐ तो ज़रा रो लेते हैं...
नींद आँखो मे आती नहीं लेकीन..
आप ख्वाबो में आऐं यही सोच कर सो लेते हैं...

पहली मोहब्बत थी मेरी हम ये जान न सके; प्यार क्या होता है वो पहचान न सके; हमने उन्हें दिल में बसाया है इस कदर कि; जब भी चाहा दिल से हम उसे निकाल न सके।

तुम्हारी यादों में बीती हर बात अलग है
तुम्हारे साथ हुई हर मुलाकात अलग है
हर शख़्स मेरी ज़िन्दगी छूकर गया
मगर तुम्हारी दोसती की बात अलग है

हर शाम से तेरा इज़हार किया करते है
हर ख्वाब मे तेरा दीदार किया करते है
दीवाने ही तो है हम तेरे जो हर वक़्त तेरे मिलने का इंतज़ार किया करते है

तन्हाईयों में मुस्कुराना इश्क है; एक बात को सबसे छुपाना इश्क है; यु तो नींद नहीं आती हमें रात भर; मगर सोते-सोते जागना और जागते-जागते सोना इश्क है!

क्युँ इक पल भी तुम बिन रहा नही जाता,
तुम्हारा एक दर्द भी मुझसे सहा नही जाता,
क्युँ इतना प्यार दिया है तुमने,
की तुम बिन मुझ से जिया नही जाता..।

प्यार से प्यारा है पैगाम मेरा इस पैगाम को वो दिल में बसाएगी
पढ़ेगी जब वो मेरी आरज़ू को अपनी आँखों से है यक़ीन मोहब्बत में ख़ुशी से आँखे छल्कायेगी