दर्द हैं दिल मैं पर इसका ऐहसास नहीं होता रोता हैं दिल जब वो पास नहीं होता
बरबाद हो गए हम उनकी मोहब्बत में और वो कहते हैं
कि इस तरह प्यार नहीं होता

खुदा अगर मेरी आखिरी खुवाईश पूछे
तो तेरी हँसीं माँग लूँ आखिरी दुआ पूछे
तो तेरे लिए खुशी माँग लूँ दुबारा जनम दे
तो पहले मैं तेरा प्यार माँग लूँ

प्रेमिका: मुझसे वादा करो कि मुझे कभी छूने के लिये और किस करने के लिये मुझपे दबाव नहीं डालोगे! प्रेमी: बहन तू घर जा तेरे मम्मी पापा चिंता कर रहे होंगे!

तू ही बता दिल कि तुम्हें समझाऊं कैसे; जिसे चाहता है तू उसे नज़दीक लाऊँ कैसे; यूँ तो हर तमन्ना हर एहसास है वो मेरा; मगर उस एहसास को ये एहसास दिलाऊं कैसे।

प्यार के उजाले में गम का अंधेरा क्युँ है
जिसको हम चाहें वही रूलाता क्युँ है
मेरे रबा अगर वो मेरा नसीब नही तो
ऐसे लोगों से हमें मिलाता क्युँ है

तेरे प्यार में हम कुछ इस कदर खो गए है
ज़माने से बेखबर हम तेरे दिल में सो गए है
मत उठाना अब हमें अपने दिल की गोद से
हम सदा के लिए अब तुम्हारे हो गए है

प्यार तो जिंदगी का एक अफसाना है
इसका अपना ही एक तराना है
सबको मालूम है कि मिलेंगे सिर्फ आंसू
पर न जाने क्यों, दुनियां में हर कोई इसका दीवाना है

प्यार तो जिंदगी का एक अफसाना है
इसका अपना ही एक तराना है
सबको मालूम है कि मिलेंगे सिर्फ आंसू
पर न जाने क्यों, दुनियां में हर कोई इसका दीवाना है

वो रात दर्द और सितम की रात होगी
जिस रात रुखसत उनकी बारात होगी
उठ जाता हु मैं ये सोचकर नींद से अक्सर
के एक गैर की बाहों में मेरी सारी कायनात होगी

वो आऐ मेरी जिन्दगी में कहानी बनकर
इस दिल में रहे प्यार की निशानी बन कर
अकसर जिन्हें हम जगह देते है इस दिल में
वो आँखों से निकल जाते है पानी बन कर

महोब्बत मुक्कदर है कोई खवाब नहीं
ये वो अदा है जिसमें सब कामयाब नहीं
जिन्हें पनाह मिली उन्हें उंगलियों पे गिनो
जो बर्बाद हुऐ उनका हिसाब नहीं

दर्द दे कर इश्क़ ने हमे रुला दिया जिस पर मरते थे उसने ही हमे भुला दिया
हम तो उनकी यादों में ही जी लेते थे मगर उन्होने तो यादों में ही ज़हेर मिला दिया

मेरी आँखों के समंदर में जलन कैसी है
आज फिर दिल को तडपने की लगन कैसी है
अब इस राह पे चिरागों की कतारे भी नहीं
अब तेरे शहर की गलियों मे घुटन कैसी है

दिल का दर्द दिल तोड़ने वाले क्या जाने प्यार के रिवाजों को ज़माने क्या जाने
होती कितनी तकलीफ़ लड़की पटाने मैं ये घर पे बैठा लड़की का बाप किया जाने

जज़्बात बहकता है जब तुमसे मिलती हूँ; अरमां मचलता है जब तुमसे मिलती हूँ; हाथों से हाथ और होठों से होंठ मिलते हैं; दिल से दिल मिलते हैं जब तुमसे मिलती हूँ!