यादें अकसर होती हैं सताने के लिए,
कोई रूठ जाता है फिर मान जाने के लिए,
रिश्ते निभाना कोई मुश्किल तो नहीं,
बस दिलों में प्यार चाहिए उसे निभाने के लिए

टूटे हुए प्याले में जाम नहीं आता
इश्क़ में मरीज को आराम नहीं आता
ऐ मालिक बारिश करने से पहले
ये सोच तो लिया होता
कि भीगा हुआ गेहूँ किसी काम नहीं आता

नज़रों को नज़रों की कमी नहीं होती,
फुलो को बहारों की कमी नही होती,
फिर क्यों हमें याद करोगे आप,
आप तो आसमान हो और ...
आसमान को सितारों की कमी नहीं होती..

दिल तोड़ने के लिए बस यह बात काफी है . .. ... रात के 2 बजे जब आप अपनी गर्ल फ्रेंड को फ़ोन लगाओ तो मेसेज मिलता है जो नंबर आपने मिलाया है वह अभी किसी और के साथ वयस्त है !

जब दिल टुटता है तो आवाज नहीं आती
महोब्बत हर किसी को रास नहीं आती
ये तो अपनी-अपनी बात है यारो
कोई किसी को भुला नहीं पाता
और किसी-किसी को याद नहीं आती

नदी को सागर से मिलने से ना रोको बारिस की बूंदों को धरती से मिलने से ना रोको
जिन्दा रहने के लिए तुमको देखना जरुरी है मुझे तुम्हारा दीदार करने से ना रोको

नज़रें मिल जाएं तो प्यार हो जाता है; पलकें उठ जाएं तो इज़हार हो जाता है; ना जाने क्या कशिश है आपकी चाहत में; कि कोई अनजान भी हमारी ज़िन्दगी का हक़दार हो जाता है।

वह कहते हैं उनके पास राहें बहुत हैं
हम कहते हैं हमारे पास आहें बहुत हैं

जिंदगी में फिर मिल जाएगें दोबारा

उनके प्यार पर हमारी निगाहें बहुत हैं

दिल जीत ले वो नजर हम भी रखते है
भीड़ में नजर आये वो असर हम भी रखते है
यु तो वादा किया है किसी से मुस्कुराने का वरना इन खुश्क आँखों में समंदर हम भी रखते है|

हमने अपना मान कर जब-जब याद किया
आपने उस अपना-पन ना कभी जवाब दिया
वैसे तो सन्डे को ओवर टाइम करने की यादत नहीं
चलो फिर भी ये सन्डे आपके नाम कुर्बान किया

तन्हैइिओं मे उनको ही याद करते हैं,
वो सलामत रहे यही फरियाद करते है,
हम उनके ही मोहब्बत का इंतेज़ार करते है,
उनको क्या पता हम उनसे कितना प्यार करते है.

प्यार की राहों में कोई हारकर भी जीत जाता है
और कोई जीतकर भी हर जाता है
जमाने भले ही तुम्हें लाख बुरा कहे
ना जाने हमें फिर भी क्यूं तुम पर प्यार आता है

तुम अपनी जुल्फ की परछाईयाँ मुझे दे दो
तुम अपनी शाम की तनहाईयां मुझे दे दो
मैं डूब जाऊँ तुम्हारी उदास आँखों में
तुम अपने दर्द की गहराईयां मुझे दे दो

मैं अल्फ़ाज़ हूँ तेरी हर बात समझता हूँ
मैं एहसास हूँ तेरे जज़्बात समझता हूँ
कब पूछा मैने की क्यूं दूर हो मुझसे
मैं दिल रखता हूँ तेरे हलात समझता हूँ

अपनी तो जिन्दगी की अजीब कहानी है
जिस चीज को चाहा वो ही बेगानी है
हँसते भी हैं तो दुनियाँ को दिखाने के लिए
वरना दुनियाँ डुब जाए आँखों में इतना पानी है