ना जाने कौन सा जादू है तेरी बाहों में
शराब सा नशा है तेरी निगाहों में
तेरी तलाश में तेरे मिलने की आस लिये
दुआऐं मॉगता फिरता हूँ मैं दरगाहों में

प्रेमी: डार्लिंग आज बरसात का दिन है! कोई ऐसी रोमांटिक बात करो कि मेरे दोनों पैर ज़मीन पर न लगे! प्रेमिका बड़े प्यार से: तो आप फांसी क्यों नहीं लगा लेते!

शिष्य ने बुद्ध से पुछा,"ज़हर क्या होता है"?
बुद्ध ने बहुत सुन्दर जवाब दिया...
..."हर वो चीज़ जो ज़िन्दगी में आवश्यकता से अत्यधिक होती है वही ज़हर होती है..."

तनहाई ले जाती है जहाँ तक याद तुम्हारी
वहीँ से शुरू होती है जिंदगी हमारी
नहीं सोचा था हम चाहेंगे तुम्हें इस कदर
पर अब तो बन गए हो तुम किसमत हमारी

आँख तो प्यार में दिल की ज़ुबान होती है; सच्ची चाहत तो सदा बे-ज़ुबान होती है; प्यार में दर्द भी मिले तो क्या घबराना; सुना है दर्द से ही चाहत और जवान होती है।

मत मुस्कुराओ इतना की फूलो को खबर लग जाये
हम करें आपकी तारीफ और आपको नजर लग जाये
खुदा करे बहुत लम्बी हो आपकी जिंदगी
और उस पर भी हमारी उम्र लग जाये

दूर हो किसलिये आ जाओ मेरी बाँहो में
हम भी खोये है खो जाओ मेरे ख्वाबों में
डाल कर आँखों में आँखें जी भर पी
सारी दुनियां की मस्ती है मेरी आँखों में

जो हम न सोच सकें लोग सोच लेते हैं दिखा के ख़्वाब वो आँखों को नोच लेते हैं
कभी जो आँख के कोनों पे झिलमिलाते हैं वो आँसू ग़मज़दा पलकों से पोंछ लेते हैं

पलकों को कभी हमने भिगोए ही नहीं
वो सोचते हैं की हम कभी रोये ही नहीं
वो पूछते हैं कि ख्वाबो में किसे देखते हो
और हम हैं की उनकी यादो में सोए ही नहीं

लोग पुछते हैं क्यों सुर्ख है तुम्हारी आँखे,
हँस के कह देता हुँ रात को सो ना सके,
लाख चाहुँ भी मगर ये कह ना सकुँ..
रात को राने की हसरत थी मगर रो ना सके..

आरज़ू होनी चाहिये किसी को याद करने की,
लम्हें तो अपने आप ही मिल जाते हैं ..
कौन पूछता है पिंजरे में बंद पंछियों को,
याद वही आते हैं, जो उड़ जाते हैं ….!

तुम्हारी पसंद हमारी चाहत बन जाऐ
तुम्हारी मुस्कुराहट दिल की राहत बन जाऐ
खुदा खुशियाों से इतना खुश कर दे आपको
कि आपको खुश देखना हमारी आदत बन जाऐ

तुम्हारी पसंद हमारी चाहत बन जाऐ
तुम्हारी मुस्कुराहट दिल की राहत बन जाऐ
खुदा खुशियाों से इतना खुश कर दे आपको
कि आपको खुश देखना हमारी आदत बन जाऐ

इश्क ओर दोस्ती मेरे दो जहान है
इश्क मेरी रुह तो दोस्ती मेरा ईमान है
इश्क पर तो फिदा करदु अपनी पुरी जिंदगी पर दोस्ती पर मेरा इश्क भी कुर्बान है
er kasz

क्या माँगु खुदा से तुम्हे पाने का बाद
किसका करू इंतजार तेरे आने के बाद
क्यूँ किसी के लिऐ जान लूटा देते है लोग
मुझे मालूम हुआ तुम्हें पाने के बाद