ऐ दोस्त जब भी तू उदास होगा, मेरा ख्याल तेरे पास होगा, दिल की गहराईयों से जब भी करोगे याद हमें , तुम्हे हमारे करीब होने का एहसास होगा..

तेरी आवाज़ तेरे रूप की पहचान है
तेरे दिल की धड़कन में दिल की जान है
ना सुनूं जिस दिन तेरी बातें
लगता है उस रोज़ ये जिस्म बेजान है

तेरी आवाज़ तेरे रूप की पहचान है
तेरे दिल की धड़कन में दिल की जान है
ना सुनूं जिस दिन तेरी बातें
लगता है उस रोज़ ये जिस्म बेजान है

वो हमको पत्थर और खुद को फूल कह कर मुस्कुराया करते हैं
उन्हें क्या पता कि पत्थर तो पत्थर ही रहते हैं
फूल ही मुरझा जाया करते हैं

मत बता मुझे मन्दिर और मस्जिद के रसूख़ की कहानी
मैं मज़दूर हूँ पता नहीं कितने अल्लाह और भगवान के ठिकाने इन हाथों ने बनाये होंगे

रात को रात का तोफा नहीं देते
दिल को जजबात का तोफा नहीं देते
देने को तो हम आप को चाँद भी दे दे
मगर चाँद को चाँद का तोफा नहीं देते

जो लोग एक तरफा प्यार करते है अपनी ज़िन्दगी को खुद बर्बाद करते है
नहीं मिलता बिना नसीब के कुछ भी फिर भी लोग खुद पर अत्याचार करते है

आप भले ही पांच सौ करोड़ के मालिक हो
पर शाम होते आपकी राह देखते आपका परिवार या पांच दोस्त न हो तो
आप दुनिया के सबसे गरीब इन्सान हो

सबकी ज़िन्दगी में खुशिया देने वाले मेरे दोस्त की ज़िन्दगी में कोई गम न हो
उसको मुझसे भी अच्छे दोस्त मिले अब इस दुनिया में हम न हो

संगे मरमर की तू बात न कर मुझसे
मैं अगर चाहूँ तो एहसास ऐ मोहब्बत लिख दु
ताज महल भी झूक जाएगा चूमने के लिए
में जो एक पथर पे Tera Naam लिखदु

सबकी ज़िन्दगी में खुशिया देने वाले मेरे दोस्त की ज़िन्दगी में कोई गम न हो
उसको मुझसे भी अच्छे दोस्त मिले अब इस दुनिया में हम न हो

गम ने हसने न दिया ज़माने ने रोने न दिया
इस उलझन ने चैन से जीने न दिया
थक के जब सितारों से पनाह ली
नींद आई तो तेरी याद ने सोने न दिया!

दिल मे एक शोर सा हो रहा है बिन आप के दिल बोर हो रहा है
बहुत कम याद करते हो आप हमे कही ऐसा तो नही की ये दोस्ती का रिश्ता कमज़ोर हो रहा है

गम ने हसने न दिया ज़माने ने रोने न दिया
इस उलझन ने चैन से जीने न दिया
थक के जब सितारों से पनाह ली
नींद आई तो तेरी याद ने सोने न दिया!

तेरे होने पर खुद को तनहा समझू मैं बेवफा हूँ या तुझको बेवफा समझू
ज़ख्म भी देते हो मलहम भी लगाते हो ये तेरी आदत हैं या इसे तेरी अदा समझ