अगर हंसने मुस्कुराने के लिये आप ईश्वर का शुक्र नहीं करते
तो आँखों मे आये आँसुओं के लिये उससे शिकायत का कोई हक़ नहीं है
हक़ नहीं है..!!
अगर हंसने मुस्कुराने के लिये आप ईश्वर का शुक्र नहीं करते
तो आँखों मे आये आँसुओं के लिये उससे शिकायत का कोई हक़ नहीं है
हक़ नहीं है..!!
अगर किसी #दिन #रोना #आये ,
तो #कॉल #करना ,
#हसाने की #गारंटी नही #देता हूँ ,
पर #तेरे #साथ #रोऊंगा जरुर !!!🙏🙏
सुहाना मौसम ओर हवा मे नमी होगी
आशुंओ की बहती नदी होगी
मिलना तो हम तब भी चाहेगे आपसे
जब आपके पास वक्त और हमारे पास सासों कि कमी होगी
मैंने रब से कहा वो छोड़ के चली गई;
पता नहीं उसकी क्या मजबूरी थी;
रब ने कहा इसमें उसका कोई कसूर नहीं;
यह कहानी तो मैंने लिखी ही अधूरी थी।
वो पगली आज बरसो बाद मिली तो गले लगकर खूब रोई में हल्का सा मुस्कुराया
और बोला तुम वही होना जिसने कहा था तुम्हारे जैसे तो हजारो मिलेंगे
जो जितना दूर होता है नज़रो से उतना ही वो दिल के पास होता है
मुस्किल से भी जिसकी एक ज़लक देखने को ना मिले वही ज़िंदगी मे सबसे ख़ास होता है
जब मुल्ला को मस्जिद में राम नजर आए
जब पंडित को मंदिर में रहमान नजर आए
सुरत ही बदल जाए इस दुनिया की गर
इंसान को इंसान में इंसान नजर आए
जो जितना दूर होता है नज़रो से उतना ही वो दिल के पास होता है
मुस्किल से भी जिसकी एक ज़लक देखने को ना मिले वही ज़िंदगी मे सबसे ख़ास होता है
जरुरी नहीं कि इंसान प्यार की मूरत हो,
सुंदर और बेहद खूबसूरत हो,
अच्छा तो वही इंसान होता है,
जो तब आपके साथ हो,
जब आपको उसकी जरुरत हो।
तेरे प्यार का सिला हर हाल में देंगे;
खुदा भी मांगे ये दिल तो टाल देंगे;
अगर दिल ने कहा तुम बेवफ़ा हो;
तो इस दिल को भी सीने से निकाल देंगे।
महक होती तो तितलियाँ जरूर आती,
कोई रोता तो सिसकियाँ जरूर आती,
कहने को तो लोग मुझे बुहत याद करते है,
मगर याद करते तो हिचकियाँ जरूर आती..!!
जिंदगी जीता हुँ खुली किताब की तरह ना कोई फरेब ना कोई लालच
मगर मे हर बाजी खेलता हूँ बीना देखे क्योंकि ना मुझे हारने का गम ना जीतने का जश्न
आज उसे एहसास मेरी मोहब्बत का हुआ
शहर में जब चर्चा मेरी शोहरत का हुआ
नाम नहीं लेती मुझे अब जान कहती है
देखो कितना असर उस पर दौलत का हुआ
ना जीने की खुशी ना मरने का गम
बस तुमसे मिलने की दुआ करते है हम
जीतें है इस आस पर एक दिन तुम आओगे
मरते इसलिए नहीं क्युँकी अकेले रह जाओगे
छुपा लूं तुझको अपनी बाँहों में इस तरह, कि हवा भी गुजरने की इजाज़त मांगे;
मदहोश हो जाऊं तेरे प्यार में इस तरह, कि होश भी आने की इजाज़त मांगे!