जिंदगी भर दर्द से जीते रहे
दरिया पास था आंसुओं को पीते रहे
कई बार सोंचा कह दू हाल-ए-दिल उससे
पर न जाने क्यूँ हम होंठो को सीते रहे

पत्थर से प्यार किया नादान थे हम
गलती हुई क्यों की इंसान थे हम
आज जिन्हे नज़रे मिलाने में तकलीफ होती है.
कभी उसी शख्स की जान थे हम.

रात होगी तो चाँद दुहाई देगा;
ख्वाबों में आपको वह चेहरा दिखाई देगा;
ये मोहब्बत है, ज़रा सोचकर करना;
एक आंसू भी गिरा तो सुनाई देगा!

शाम होते ही दिल उदास होता है टूटे ख्वाब के सिवा कुछ ना पास होता है
आप की याद उस वक़्त बहुत आती है जब किसी अपने की कमी का एहसास होता है

कभी-कभी ज़िंदगी में ये तय करना बड़ा मुश्किल हो जाता है
कि गलत क्या है
वो झूठ जो चेहरे पे मुस्कान लाए या वो सच जो आँखों में आंसू लाए

टूटे हुए गिलास में जाम नहीं आता
इश्क के मरीजों को आराम नहीं आता
दिल तोड़ने से पहले सोचा तो होता
टुटा हुआ दिल किसी के काम नहीं आता

गिले कागज कि तरह है मेरी ज़िंदगी कोइ जलाता भी नही और कोई बहाता भी नही
ऐसे अकेले हो गए हैं हम आज कल कोई सताता भी नही और कोई मनाता भी नही

किसी के अच्छाई का इतना भी फायदा मत उठाओ की
वो बुरा बनने के लिये मजबुर बन जाये
बुरा हमेशा वही बनता हे जो अच्छा बनके टूट चूका होता हे

दामाद उम्र में छोटा होता है फिरभी ससुराल मे सभी उसे आप कहके बुलाते है
क्योंकि हमारे देश मे शहीदों का नाम बड़े सम्मान से लिया जाता है

मैंने दिल को लाख समझाया की ऐ दिल उनको याद करना छोड़ दे
पर दिल के हर कोने से आवाज़ आई,यहाँ तो हर सांस में वो बसे है तो क्या सांस लेना छोड़ दे...

एय मेरी जिन्दगी यूँ मुझसे दगा ना कर
उसे भुला कर जिन्दा रहू दुआ ना कर
कोई उसे देखता हैं तो होती हैं तकलीफ
एय हवा तू भी उसे छुवा ना कर

बड़ी मुद्दत से चाहा है तुम्हें,
बड़ी दुआओं से पाया है तुम्हें,
तुम ने भुलाने का सोचा भी कैसे,
किस्मत की लकीरों से चुराया है तुम्हें..!

एय मेरी जिन्दगी यूँ मुझसे दगा ना कर
उसे भुला कर जिन्दा रहू दुआ ना कर
कोई उसे देखता हैं तो होती हैं तकलीफ
एय हवा तू भी उसे छुवा ना कर

शायर वो नही जो कलम उठा लिया करते है
शायर वो भी नही जो तारीफो पे जीया करते है
शायर तो वो शक्स होते है
जो दर्द को भी तडपा दिये करते हैं

आसमां में मत ढूँढ अपने सपनों को
सपनों के लिए तो ज़मीं जरूरी है
सब कुछ मिल जाये तो जीने का क्या मजा
जीने के लिए कुछ कमी भी तो जरूरी है..