मैं मर भी जाऊ, तो उसे ख़बर भी ना होने देना
मशरूफ़ सा शख्स है, कही उसका वक़्त बर्बाद ना हो जाये …

हमें पता था तेरी फितरत में है दगावाजी
हमने तो मौहब्बत ईसलिए कि थी शायद तेरी सोच बदल जाये

वक़्त और दोस्त मिलते तो मुफ्त हैं ,
लेकिन उनकी कीमत का अंदाज़ा तब होता हैजब ये कहीं खो जाते हैं.

गुफ्तगुँ करते रहा कीजिए,
यही इंसानी फितरत है।
वरना बंद मकानों में
अक्सर जाले लग जाते हैं...।
💕☝

लोग समजते हे की में तुम्हारे हुस्न पे मरता हूँ , अगर तुम भी यही समजते हो तो सुनो ; जब हुस्न खोदो तब लौट आना !!

वो कहते हैं कि तुम्हारा लिखा मुझे समझ नहीं आता
मैंने कहा जरा दिल से समझो हर चीज ये दिमाग समझ नहीं पाता

उसका वादा भी अजीब था कि जिन्दगी भर साथ निभायेंगे
मैंने भी ये नहीं पुछा की मोहब्बत के साथ या यादों के साथ

दर्द से दोस्ती हो गई यारों; जिंदगी बे दर्द हो गई यारों; क्या हुआ जो जल गया आशियाना हमारा; दूर तक रोशनी तो हो गई यारो।

अगर आपको कोई अच्छा लगता है
तो अच्छा वो नहीं बल्कि अच्छे आप हो
क्योंकि उसमें अच्छाई देखने वाली नजर आपके पास है

आँखों के परदे भी नम हो गए हैं; बातों के सिलसिले भी कम हो गए हैं; पता नहीं गलती किसकी है; वक़्त बुरा है या बुरे हम हो गए हैं।

वो अपने आप को गली की ‪‎बसन्ती‬ होने का गरूर करती है
‪‎नादान‬ ये नहीँ जानती कि हम उसी ‪‎शहर‬ के गब्बर है उठा‬ ले जायगे

प्यार गुनाह है तो होने ना देना प्यार खुदा है तो
खोने ना देना करते हो प्यार जब किसी से तो कभी
उस प्यार को रोने ना देना

दिल टूटा तो एक आवाज आई! चीर के देखा तो कुछ चीज निकल आई! सोचा क्या होगा इस खली दिल में! लहू से धो कर देखा तो तेरी तस्वीर निकल आई!

कभी-कभी ज़िंदगी में ये तय करना बड़ा मुश्किल हो जाता है
कि गलत क्या है
वो झूठ जो चेहरे पे मुस्कान लाए या वो सच जो आँखों में आंसू लाए

मेरी बर्बादी पर तू कोई मलाल ना करना; भूल जाना मेरा ख्याल ना करना; हम तेरी ख़ुशी के लिए कफ़न ओढ़ लेंगे; पर तुम मेरी लाश ले कोई सवाल मत करना!