कामयाबी बड़ी नहीं पाने वाले बड़े होते हैं; ज़ख्म बड़े नहीं भरने वाले बड़े होते हैं; इतिहास के हर पन्ने पर लिखा है; दोस्ती बड़ी नहीं निभाने वाले बड़े होते हैं।

खुशियाँ इतनी हो कि आँखों में आंसू जम जायें; लम्हें हो इतने हसीन कि वक्त भी थम जाये; दोस्ती निभायेंगे हम आपसे इस तरह कि; साथ गुजरा हुआ हर पल जिंदगी बन जाये!

हर मुलाकात पर वक्त का तकाज़ा हुआ
हर याद पे दिल का दर्द ताजा हुआ
सुनी थी सिर्फ हमने गज़लों मे जुदाई की बातें

अब खुद पे बीती तो हकीकत का अंदाजा हुआ.

क्यूँ मुश्किलों में साथ देते हैं दोस्त
क्यूँ गम को बाँट लेते हैं दोस्त
न रिश्ता खून का न रिवाज से बंधा है
फिर भी ज़िन्दगी भर साथ देते हैं दोस्त

तेरी दोस्ती में खुद को महफ़ूज मानते है; हम दोस्तों में तुम्हें सबसे अज़ीज मानते है; तेरी दोस्ती के साये में ज़िंदा है; हम तो तुझे खुदा का दिया हुआ तावीज मानते है।

सोचा न था कभी ऐसी दोस्ती होगी; साथ मेरे आप लोगों जैसी हस्ती होगी; जन्नत की गलियों के ख्वाब क्यों देखूं; अगर हम सारे दोस्त साथ होंगे तो हर साल में भी मस्ती होगी।

कुछ खूबसूरत से पल किस्सा बन जाते है;​ जाने कब जिंदगी का हिस्सा बन जाता है;​ ​कुछ लोग अपने होकर भी अपने नहीं होते;​ और कुछ बेगाने होकर भी जिंदगी का हिस्सा बन जाते है।

दोस्त प्यार से भी बड़ा होता है; हर सुख और दुःख में साथ होता है; तभी तो कृष्ण राधा के लिए नहीं सुदामा के लिए रोता है; क्योंकि हर एक फ्रेंड को एक फ्रेंड का साथ ज़रूरी होता है!

दोस्त प्यार से भी बड़ा होता है
हर सुख और दुःख में साथ होता है
तभी तो कृष्ण राधा के लिए नहीं, सुदामा के लिए रोता है
क्योंकि हर एक फ्रेंड को एक फ्रेंड का साथ ज़रूरी होता है
G.R..s

भगवान ने अगर यह रिश्ता बनाया ना होता; एक दोस्त को दूसरे से मिलाया ना होता; कैसे करूँ शुक्रिया मैं उस भगवान का; मेरी तो ज़िंदगी हो जाती बेजान अगर मैंने तेरे जैसा दोस्त पाया ना होता! शुक्रिया!

जब उसने मुझसे कहा तुम्हारे दोस्त अच्छे नहीं
तब हम थोडा मुस्कुराये ओर कहा के
पगली तेरी इतनी तो औकात नहीं की तु मेरे दोस्तों की औकात बता सके
दिल तुझे दीया हैं लेकिन जान आज भी दोस्तो के लिए ही है

कामयाबी कभी बड़ी नही होती पाने वाले हमेशा बड़े होते है
दरार कभी बड़ी नही होती भरने वाले हमेशा बड़े होते है

इतिहास के हर पन्ने पर लिखा है
दोस्ती कभी बड़ी नही होती निभाने वाले हमेशा बड़े होते है

बातें और मुलाक़ातें
हर किसी से हर रोज नही होती
G.R..s

नजर झुका के बात कर पगली
नजर उठ गइ ना तो प्यार में पड जायेगी
G.R..s

मोहोब्बत तो फ़िर भी दिल से हो जाती है
जिगर चाहिए दोस्ती के लिए