मोहब्ब्त किसी से तब ही करना जब निभाना सिख लो
मजबूरियों का सहारा लेकर किसीको छोड़ देना वफादारीनही होती

अपनी आदतों के अनुसार चलने में इतनी गलतियाँ नहीं होती हैं
जितनी दुनिया का लिहाज रखकर चलने में होती हैं

ིइतना तो दर्द मुझे जिन्दगी तूने दिया ही नहीं था
जितना बदनाम मैने तूझे वाह वाहीया बटोरने के लिए कर दिया

आज आईने के सामने खडे होकर खुद से माफी माग ली मैने
सबसे ज्यादा खुद का ही दिल दुखाया है औरो को खुश करने मेँ.!!

उसका वादा भी अजीब था कि जिन्दगी भर साथ निभायेंगे
मैंने भी ये नहीं पुछा की मोहब्बत के साथ या यादों के साथ

कफन मे लिपटा देखकर माथा चूम के मेरे दोस्त मुझसे बोले
अरे पागल नऐ कपडे पहन लिये तो क्या अब बात भी नही करेगा

रब ने जो रिश्ता आसमान पर लिखा है
उसे दुनिया मे निभाना है
एक नाम तुम्हारा लिखना है
एक नाम हमे बन जाना है

मुझे कुछ अफ़सोस नहीं कि मेरे पास सब
कुछ होना चाहिए था,,
मै उस वक़्त भी मुस्कुराता था जब मुझे
रोना चाहिए था..!!

"अपने काम से मतलब रखते है..
बेमतलब की बात नही करते..!"
"बस...रोटी को खुदा मानते है,
मजदूर मजहब की बात नही करते..!

हम वो हैं जो आँखों में आँखें डाल के सच जान लेते हैं
तुझसे मुहब्बत है बस
इसलिये तेरे झूठ भी सच मान लेते हैं...!

फिर से मिलने का वादा तो उनके मुँह से निकल ही गया,
जब हमने जगह पुछी तो कहने लगे ख़्वाबों में आते थे आते रहेंगे..!

आज के जमाने में आप तब तक सच्चे दोस्त साबित नहीं हो सकते
जब तक कि आप आपने सिंगल दोस्त की सेटिंग नहीं करवा देते

👉🎈"साज़िशें लाखो बनती हें मेरी हस्ती मिटाने की..."
"बस दुआयें मेरी माँ की उन्हें मुकम्मल नही होने देती 💝👈

मेरे दिल्ल की उम्मीद का जरा सा होंशला तो
देखो यारो.. !
.
उम्र भर की इन्तजार की बात कर रहा जिसको
अहसास तक नही

कब्र से मेरी लिपट क़र इस शिद्द्दत से किया गुनाह कबुल अपना
कि आसपास के मुरदे भी तडप उठै उसके हाथो कत्ल होने को