तुम ने देखी नही फुलो की वफा
वो जीस पर खीलते हे उसी पे मुरजा जाते हे

सुलूक-ए-बेवफाई तो हम भी कर सकते हे जान
पर तू रोये ये हमे गवारा नही ।

जो ईश्वर के सामने झुकता है
ईश्वर उसे किसी के सामने झुकने नही देता

न ज़ख्म भरे, न शराब सहारा हुई.,
न वो वापस लौटीं, न मोहब्बत दोबारा हुई..

बेबस लाचार होना किसे कहते है
आस्था चैनल चल रहा हो और रिमोट खो जाये

उसने पूछा की क्या पसंद है तुम्हे..??
और मैं बहुत देर तक उसे देखती रही..!!

वो बोलते है झूठ इतने प्यार से
मन करता है यकीं कर जाऊं उनकी हर बात पर

क़ाश कोई ऐसा हो जो गले लगा कर कहे
तेरे दर्द से मुझे भी तकलीफ होती है

​बिना क्षमा के कोई प्रेम नहीं है और बिना प्रेम के कोई क्षमा नहीं है।

मेरी आँखों को पढ़ने का हुनर सीख,
हर बात मेरे यार बताने की नहीं होती..!

​जब प्यार और नफरत दोनों ही ना हो तो हर चीज साफ़ और स्पष्ट हो जाती है​।

दिल की उम्मीदों का हौंसला तो देखो
इंतजार उसका जिसको अहसास तक नहीं

कुछ अलग सा है हमारी मोहब्बत का हाल,
तेरी चुप्पी और मेरे ख़ामोश सवाल...!!

हर एक चेहरा यहाँ पर गुलाल होता है
हमारे शहर मैं पत्थर भी लाल होता है

कभी जरुरत पङे तो बुला लेना मैँ कोई
गुजरा हुआ वक्त नहीँ जो वापस ना आऊ