तुम किसी और से मालूम तो करके देखो
हम किसी ओर के कितने है और तुम्हारे कितने

मुहोबत के नशे में जब आदमी चूर होता है
उसे महएबूब का हर फैसला मंजूर होता है

मुझे यकीन है मोहब्बत उसी को कहतें
है
!
के जख्म ताजा रहें निशान चला जाये

​दुख और वेदना के अथाह सागर वाले इस संसार में प्रेम की अत्यधिक आवश्यकता है।

वो अपनी ज़िंदगी में हुआ मशरूफ इतना;
वो किस-किस को भूल गया उसे यह भी याद नहीं..॥

नफरत को नफरत से नहीं बल्कि प्रेम से ही समाप्त किया जा सकता है; यह नियम अटल है।

हमे Kisine ने पूछा भाई तुम्हारा Status इतना Must‬ केसे Rehta हे
Maine कहा बस ‪‎जलने‬ वालो कि दुवा हे

तुम रख न सकोगे मेरा तोहफा संभालकर
वरना मैं अभी दे दूँ जिस्म से रूह निकालकर

उसे किस्मत समझ कर सीने से लगाया था
भूल गए थे कि किस्मत बदलते देर नहीं लगती…

जीने की तमन्ना तो बहुत है मुझे....
मगर कोई आता ही नहीं जिंदगी में जिंदगी बनकर....

मोह्हबत का सबसे कमज़ोर पहलु ये है कि
ये किसी घटिया इंसान के साथ भी हो सकती है

हम अपना समय सही प्रेम बनाने की बजाये सही प्रेमी ढूंढने में बर्बाद करते हैं।

मै खुश हू कि उसकी नफ़रत का अकेला वारिस हूँ,
वरना मोहब्बत तो उसे कई लोगो से है

तुम मेरे पास थे हो और रहोगे सदा
खुदा का शुक्र है यादों की कोई उम्र नहीं होती

तहज़ीब में भी उसकी क्या ख़ूब अदा थी..
नमक भी अदा किया तो ज़ख़्मों पर छिड़ककर..