वो जिधर देख रहे हैं सब उधर देख रहे हैं
हम तो बस देखने वालों की नजर देख रहे हैं

काश वो लडकी कैद करले उसकी डायरी मै
जिसका जिक्र होता है मेरे हर शायरी मैं
G.R..s

छू ना सकूं आसमान तो ना ही सही दोस्तों
आपके दिल को छू जाऊं बस इतनी सी तमन्ना है

काश तू यूं हर सुबह याद ना आती
ज़िस्म से रुखसत होने को रुह को फ़ुर्सत तो मिल जाती

सुना है की समन्दर को बहुत गुमान आया है,,.
उधर ही ले चलो कश्ती जिधर तूफ़ान आया है.,.!!!

प्रेम एक ऐसा खेल है जिसे दो व्यक्ति खेल सकते हैं और जिस में दोनों ही जीतते हैं।

हुकुमत बाजुओ के जोर पर तो कोइ भी कर ले
जो सब के दिलो पे छा जाए उसे इंसान कहते है!!

बड़ा अजीब जहर है तेरी यादों में
लगता है सारी उम्र गुजर जायेगी मुझे मरते मरते

मुनासिब समझो तो सिर्फ इतना ही बता दो
दिल बैचैन हैं बहुत कहीं तुम उदास तो नहीं

अपनी मुट्ठी में छुपा के किसी जुगनू की तरह
हम तेरे नाम को चुपके से पढ़ा करते हैं

तेरी मजबूरियाँ भी होंगी चलो मान लेते है,....
मगर तेरा वादा भी था मुझे याद रखने का...

हम मतलबी नहीं कि चाहने वाले को धोखा दें,,
बस हमें समझना हर किसी के बस की बात नही...!

कोशिश के बाद भी जो मुकम्मल ना हो सके,
तेरा नाम भी उन्ही ख्वाहिशों में शामिल है !!

वो रुठती थी तो 50 का खर्चा हो जाता था हमारा
में रूठता था तो वो एक Kiss में काम चला लेती

दिल में चाहत का होना भी जरूरी है वर्ना याद तो दुश्मनों को भी रोज़ किया करते हैं।