मेरी ज़िंदगी में रहोगे तो तुम उम्र भर अब
चाहे प्यार बनकर रहो या के फिर याद बन कर....

किसी रोज़ रोशन मेरी भी ज़िंदगी होगी
इंतेज़ार सुबह का नही किसी के लौट आने का है

मत सोना किसी के गोद में सर रखकर,
जब वो छोङता है तो रेशम के तकिय पर भी नीदं नही आती...

कोई दुश्मनी नही ज़िन्दगी से मेरी बस ज़िद्द है
की किसी के साथ नही जीना चाहता अब

अपने वजुद में इतना तो यकीन है मुझे कि
कोई दूर तो हो सकता है मुझसे पर भूल नही सकता

एक बेबफा के जख्मो पे मरहम लगाने हम गए
मरहम की कसम मरहम न मिला मरहम की जगह मर हम गए

तुम मेरी जिंदगी मे ऐसे शामिल हो..
जैसे मंदिर के दरवाजे पर बंधे हुए मन्नत के धागे...

वो रुठती है तो 5000 का खर्चा हो जाता है हमारा
हम रुठते है तो वो एक Kiss में काम चला लेती है

में क्यों पुकारू उसे की लौट आओ
क्या उसे खबर नहीं की कुछ नहीं मेरे पास उसके सिवाय

चाहते तो दोनों बहुत हैं एक दूसरे को मगर
ये हकीक़त मानता वो भी नहीं और मैं भी नहीं

मुझको मेरे वजूद की हद तक न जान पाओगे….
बेहद , बेहिसाब, बेमिसाल बेइन्तहा हूँ मैं.…!!!!

मोहब्बत जीत जाएगी अगर तुम मान जाओ तो
मेरे दिल मैं तुम ही तुम हो अगर तुम जान जाओ तो

मेरी आँखों में छुपी उदासी को महसूस तो कर
हम वह हैं जो सब को हंसा कर रात भर रोते हैं

करेगा जमाना कदर हमारी भी एक दिन देख
लेना...
बस जरा ये भलाई की बुरी आदत छुट जाने दो...

Photo खींचने का शौख नही है मुजे पर क्या करु
मेरी परी को मेरा Photo देखें बीना नींद नहीं आती