मनुष्य के अस्तित्व की समस्या के लिए प्रेम ही एकमात्र संतोषजनक जवाब है।

ना छोड़ना मेरा साथ ज़िन्दगी में कभी
शायद मैं ज़िंदा हूँ तेरे साथ की वजह से

एक बार फिर से निकलेगे तलाश ऐ इशक मे दुआ
करो यारो इस बार कोई बेवफा ना मिले

टुट सा गया है मेरी चाहतो का वजूद
अब कोई अच्छा भी लगे तो हम इजहार नही करते

सबसे उत्तम विजय प्रेम की है जो सदैव के लिए विजेताओं का हृदय बाँध लेती है।

तेरे बाद किसी को प्यार से ना देखा हमने,
हमें इश्क का शौक है, आवारगी का नही..

मुझसे खुशनसीब हैं मेरे लिखे ये लफ्ज
जिनको कुछ देर तक पढ़ेगी निगाहे तेरी

मेरी रूह गुलाम हो गयी तेरे इश्क में शायद
वरना यू छटपटाना तो मेरी आदत न थी

मौसम की तरह बदले हैं उसने अपने वादे
ऊपर से ये जिद्द कि तुम मुझ पर यकीन करो

कुछ लोगों को बहुत ज्यादा परवाह करते हैं। मुझे लगता है इसे प्यार कहते हैं।

झूठ अगर यह है की तुम मेरे हो
तो यकीन मानो सच मेरे लिए कोई मायने ही नही रखता

कोन कहता हे मुसाफिर जख्मी नही होते
रस्ते गवाह है कम्बख्त गवाही नही देते

ना शौक दीदार का ना फिकर जुदाई की
खुश नसीब हैँ वो लोग जो मोहब्बत नहीँ करतेँ

तमन्नाओ की महफ़िल तो हर कोई सजाता है
पूरी उसकी होती है जो तकदीर लेकर आता है

तेरी मुहब्बत पर मेरा हक तो नही पर दिल चाहता है
आखरी सास तक तेरा इंतजार करू