कभी उसे भी मेरी याद सताती होगी
अपनी आँखों में मेरे ख्वाब सजाती होगी
वो जो हर वक़्त ख्यालों में बसी रहती है
कभी तो मेरी भी सोचो में खो जाती होगी

तारों में अकेले चाँद जगमगाता है,
मुश्किलों में अकेला इन्सान डगमगाता है,
काँटों से मत घबराना मेरे दोस्त,
क्योंकि काँटों में ही एक गुलाब मुस्कुराता है
...

सांन्सो की हर सरगम मे तूम सूर बनकर बस गये
दील की हर धडकन मे तूम ऐक गूंन्ज बनकर बस गये
समज ना शके तूम न समज शके कूछ हम भी
दील मे तो बसे ही थे रूह मे भी मेरी तूम बस गये

Main Tujh Ko Chand Kahon Ye Mumkin To Hai
Magr Log Tuje Raat Bhar Dekhien Ye Gowarh Nhi Mujhe
G.R..s

चलो आज ये दुनिया बांट लेते हैं; तुम मेरे और बाकी सब तुम्हारा।

मैंने अपनी मौत की अफवाह उड़ाई थी,
दुश्मन भी कह उठे आदमी अच्छा था...!!!

तुझसे नहीं तेरे वक़्त से नाराज हूँ
जो कभी तुझे मेरे लिए मिला नहीं

अगर मालूम होता की इतना तड़पाता है इश्क,
तो दिल जोड़ने से पहले हाथ जोड़ लेते।

तू तो Online होने पर भी Reply नहीं करती पगली
और हम कमबख्त हिचकियाँ आने पर भी Data on कर देते है

तेरी मजबूरियाँ भी होंगी चलो मान लेते है..
मगर तेरा वादा भी था मुझे याद रखने का....

जरा देखो तो ये दरवाजे पर दस्तक किसने दी है
अगर इश्क हो तो कहना अब दिल यहाँ नही रहता

मेरी हँसी में भी कई ग़म छुपे हैं डरता हूँ
बताने से कहीं सबका प्यार से भरोसा न उठ जाए

इरादा कत्ल का था तो मेरा सर कलम कर देते
क्यू इश्क मे डाल कर तुने हर साँस पर मौत लिख दी

सिखा दिया दुनिया ने मुझे अपनों पे भी शक करना
मेरी फितरत में तो था गैरों पे भरोसा करना

मौत को तो लोग यूहीं बदनाम करते है ।
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तकलीफ तो सुबह सुबह ‪‎ठंडा पानी‬ देता है ।