दिमाग पर ज़ोर लगाकर गिनते हो गलतियां मेरी
कभी दिल पर हाथ रख के पूछना कसूर किसका है

दिल मजबूर हो रहा है तुम से बात करने को
बस ज़िद ये है कि इस सिलसिले का आग़ाज़ तुम करो

तेरे दीदार की तलाश में आते है तेरी गलियों में ...
वरना आवारगी के लिए पूरा शहर पड़ा हे ।

मुझे न सताओ इतना कि मैं रूठ जांऊ तुमसे! मुझे अच्छा नहीं लगता अपनी साँसों से जुदा होना!

फिर ना किसी पे इनायत होगी..
कुछ इस तरह से करुगाँ याद तुझको..
ना तुझे खबर होगी ना जमाने को शिकायत होगी..

एक अदा आपकी दिल चुराने की..
एक अदा आपकी दिल में बस जाने की..
एक चेहरा आपका चाँद सा..
एक जिद् हमारी चाँद पाने की

दुआ करते हैं हम सर झुका के आप अपनी मंज़िल को पाए
अगर आपकी राहों मे कभी अंधेरा आए तो रोशनी के लिए खुदा हमको जलाए

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ऐ खुदा मेंरी किस्मत से खेलना शौक है तेरा..
या तेरे
दुसरे खिलोनो में मेरे जितना बर्दास्त करने
की ताकत नहीं हे.....

आज फिर दिल में उदासी समाई है
जाने क्युँ एक मायुसी सी छाई है
आज फिर पलकों पे पानी है
भीड़ में हुँ फिर क्युँ ये तनाहाई है

न रूठना हमसे हम मर जायेंगे दिल की दुनिया तबाह कर जायेंगे
प्यार किया है हमने कोई मजाक नहीं दिल की धड़कन तेरे नाम कर जायेंगे

भगवान का दिया कभी अल्प नहीं होता
जो टूट जाये वो संकल्प नहीं होता
हार को जीत से दूर ही रखना
क्योकि जीत का कोई विकल्प नहीं होता

पलकों को झुका कर सलाम करते है..
दिल की हर दुआ आपके नाम करते हैं..
कबूल हो तो मुस्कुरा देना..
आपकी एक मुस्कुराहट पर फिदा हम जान करते हैं..

घर से बाहर वो नक़ाब मे निकली
सारी गली उनकी फिराक मे निकली
इनकार करते थे वो हमारी मोहब्बत से
ओर हमारी ही तस्वीर उनकी किताब से निकली

लोग जल्दी मर जाते हैं क्योंकि खुदा उन्हें बहुत चाहता है। तो अगर आप जिन्दा हो और सलामत हो तो समझिये; कि कोई आपको खुदा से भी ज्यादा चाहता है।

सबूत गूनाहो के होते हैं,
बेगुनाह मुहब्बत का क्या सबूत दू ?