​बिना लिबास आए थे इस जहां में​;​ बस एक कफ़न की खातिर​;​ इतना सफ़र करना पड़ा​।

जीवन की दुर्घटनाओं में अक्‍सर बड़े महत्‍व के नैतिक पहलू छिपे हुए होते है।

दुनिया जन्मदिन के केक की तरह है। अपना हिस्सा लें लेकिन बड़ा हिस्सा छोड़ दें।

जीवन में अपने आप के सुधार (शारीरिक और मानसिक दोनों) को पहली प्राथमिकता दें।

ज़िंदगी क्या किसी मुफ़लिस की क़बा है जिसमें; हर घड़ी दर्द के पैबंद लगे जाते हैं।

जब तक हम ये जान पाते हैं कि ज़िन्दगी क्या है तब तक ये आधी खत्म हो चुकी होती है।

​ये जानने में ​कि जीवन खुद से करने का प्रोजेक्ट है आधी ज़िन्दगी चली जाती है।

​जीवन का सबसे बड़ा उपयोग इसे किसी ऐसे चीज में लगाने में है जो इसके बाद भी रहे।

आखिर ज़िन्दगी ने भी आज पूछ लिया मुझ से कहाँ है वो शक्स जो तुझे मुझ से भी अज़ीज़ था!

रचनात्मक जीवन जीने के लिए बहादुर बनो। उस जगह पहुँचो जहाँ कोई और कभी नहीं गया।

​जीवन की दुर्घटनाओं में अक्‍सर बड़े महत्‍व के नैतिक पहलू छिपे हुए होते है​​।

जब जीवन में आपके पास खोने के लिए कुछ नहीं हो तो उसका प्रबंधन मुश्किल नहीं होता।

ज़िन्दगी खुद को खोजने के बारे में नहीं है ज़िन्दगी खुद को बनाने के बारे में है।

ज़िन्दगी एक प्रतिस्पर्धा है; और दो ही विकल हैं: 1. भाग लो या 2. भाग लो मर्ज़ी आपकी है।

ज़िन्दगी दरस्त-ए-ग़म थी और कुछ नहीं; ये मेरा ही हौंसला है की दरम्यां से गुज़र गया!