आबादी भी देखी है वीराने भी देखे हैं; जो उजड़े और फिर न बसे दिल की निराली बस्ती है।
आबादी भी देखी है वीराने भी देखे हैं; जो उजड़े और फिर न बसे दिल की निराली बस्ती है।
बिना महत्त्वाकांक्षा के एक नवयुवक बस एक वृद्ध व्यक्ति बनने के इंतज़ार में है।
जिन्दगी की उलझनों ने; कम कर दी हमारी शरारते; और लोग समझते हैं कि; हम समझदार हो गये।
ज़िन्दगी खुद को खोजने के बारे में नहीं है ज़िन्दगी खुद को बनाने के बारे में है।
जीवन दूध के समुद्र की तरह है आप इसे जितना मथेंगे आपको इससे उतना ही मक्खन मिलेगा।
ज़िन्दगी खुद को खोजने के बारे में नहीं है। ज़िन्दगी खुद को बनाने के बारे में है।
परीक्षण किया जाना अच्छा है लेकिन चुनौतीपूर्ण जीवन सबसे अच्छी चिकित्सा होगी।
सर-ऐ-आम मुझे ये शिकायत है ज़िन्दगी से;क्यूँ मिलता नहीं मिजाज मेरा किसी से...?
हमारा चार दिन की ज़िंदगी में हाल है ऐसा; न जाने लोग कैसे हैं जो सौ सौ साल जीते है।
छोड़ ये बात कि मिले ये ज़ख़्म कहाँ से मुझ को; `ज़िन्दगी बस तू इतना बता!` कितना सफर बाकि है!
आप ज़िंदगी में सब कुछ पा सकते हैं अगर आप दूसरों की जो वो चाहते हैं पाने में मदद करें।
प्रेम और करुणा आवश्यकताएं हैं विलासिता नहीं| उनके बिना मानवता जीवित नहीं रह सकती|
यदि आपकी कोई विशेष निष्ठा या धर्म है तो अच्छा है। लेकिन आप उसके बिना भी जी सकते हैं।
मौत प्रकाश को ख़त्म करना नहीं है; ये सिर्फ दीपक को बुझाना है क्योंकि सुबह हो गयी है।
सच्चाई का सामना ऐसे कीजिये जैसे कि वो है ना की जैसी थी या आप उसे जैसा होना चाहते हैं।