हम तो अब भी खडे है तेरे इनतजार मे,
उसी राह मे बेसबब बेइनतहा मोहब्बत लिए..
हम तो अब भी खडे है तेरे इनतजार मे,
उसी राह मे बेसबब बेइनतहा मोहब्बत लिए..
प्यार था, मुहब्बत था, इश्क़ था, अदा था,
वफ़ा भी होती तो क़यामत था वो शख़्स
देख पगले Degree तो तूझे किसी भी College से मिल जाएगी
पर Knowledge तो तूझे मेरे Status से ही मिलेगी
पढ रहे हैं हम अभी
इश्क की किताब
अगर बन गये वकील तो ,
बेवफओं की खैर नही
अगर अहसास बयान हो जाते लफ़्ज़ों से
तो कौन फिर खामोशियों की तारीफें करता
दिल्लगी कर जिंदगी से दिल लगा के चल
जिंदगी है थोड़ी थोडा मुस्कुरा के चल
क़िस्मत कितनी ही बुलंद क्यों ना हो
मेहनत की चौखट से गुजरना ही पड़ता है
हथेलियों पर मेहँदी का ज़ोर ना डालिये
दब के मर जाएँगी मेरे नाम कि लकीरें
दिल्लगी कर जिंदगी से दिल लगा के चल
जिंदगी है थोड़ी थोडा मुस्कुरा के चल
दिल तो यु ही किसी का चुरा लेते हम,
मगर माँ कहती है चोरी करना बुरी बात है…!!
आज तोहफा लाने निकले थे शहर में तेरे लिए
कम्बखत खुद से सस्ता कुछ ना मिला
वक़्त बीतने के बाद अक़्सर ये अहसास होता है
जो छूट गया वो लम्हा बेहतर था
ना छोड़ना मेरा साथ ज़िन्दगी में कभी
शायद मैं ज़िंदा हूँ तेरे साथ की वजह से
किसी की यादों में नही लिखता हूँ
हाँ लिखता हूँ तो किसी की याद जरूर आती है
एक बार फिर से निकलेगे तलाश ऐ इशक मे दुआ
करो यारो इस बार कोई बेवफा ना मिले