जिंदगी में हर गम को छोड़ देना ख़ुशी को नहीं
हर मुश्किल को खो देना कामयाबी को नहीं
अगर ज़िन्दगी में कुछ खोना पड़े तो हमें खो देना पर अपनी हसी को नहीं

दोस्ती कोई खोज नहीं होती; दोस्ती हर किसी से हर रोज़ नहीं होती; अपनी जिंदगी में हमारी मौजूदगी को बेवजह मत समझना; क्योंकि पलकें आँखों पर कभी बोझ नहीं होती।

दिल से दिल बड़ी मुश्किल से मिलते हैं
तुफानो में साहिल बड़ी मुश्किल से मिलते हैं
यूँ तो मिल जाता है हर कोई
मगर आप जैसे दोस्त नसीब वालों को मिलते हैं

अजनबी गलियों से हम गुजरा नहीं करते; दर्द-ए-दिल हम लिया और दिया नहीं करते; ये दोस्ती का रिश्ता सिर्फ तुमसे है; वर्ना इतने मैसेज हम भी किसी को किया नहीं करते।

एक अलग पहचान बनाने की आदत है हमें; ज़ख्म हो जितना गहरा उतनामुस्कुराने की आदत है हमें; सब कुछ लुटा देते हैं दोस्ती में; क्योंकि दोस्ती निभाने की आदत है हमें!

ख़्वाबों में आने वाले तेरा शुक्रिया; दिल को बहलाने वाले तेरा शुक्रिया; कौन करता है इस ज़माने में किसी से दोस्ती इतनी; हमें दोस्त कहने वाले तेरा शुक्रिया।

मेरी दोस्ती का अंदाज़ा न लगा पाओगे; खुद को भूल जाओगे मगर हमको न भूल पाओगे! एक बार हमसे जुदा होकर तो देखो; क़सम तुम्हें हमारी दोस्ती की हमारे बगैर जीना भूल जाओगे!

किसने इस दोस्ती को बनाया; कहाँ से ये दोस्ती शब्द आया; दोस्ती का सबसे ज्यादा फायदा तो हमने उठाया; क्योंकि दुनिया का सबसे प्यारा दोस्त तो हमारे हिस्से में आया।

एक दिन प्यार और दोस्ती मिले! प्यार ने पूछा मेरे होते हुए तुम्हारा यहाँ क्या काम? दोस्ती बोली मैं उन होंटों पर मुस्कान लाती हूँ जिन आँखों में तुम आंसू छोड़ देती हो!

लोग कहते हैं ज़मीं पर किसी को खुदा नहीं मिलता
शायद उन लोगों को दोस्त कोई तुम-सा नहीं मिलता
किस्मतवालों को ही मिलती है पनाह किसी के दिल में
यूं हर शख़्स को तो जन्नत का पता नहीं मिलता
अपने सायें से भी ज़यादा यकीं है मुझे तुम पर
अंधेरों में तुम तो मिल जाते हो, साया नहीं मिलता
इस बेवफ़ा ज़िन्दगी से शायद मुझे इतनी मोहब्बत ना होती
अगर इस ज़िंदगी में दोस्त कोई तुम जैसा नहीं मिलता

एक अच्छा दोस्त एक मेडिसिन की तरह होता है; . .. ... लेकिन एक पूरा ग्रुप मेडीकल स्टोर की तरह होता है।

न लफ़्ज़ों का लहू निकलता है न किताबें बोल पाती हैं
मेरे दर्द के थे दो गवाह दोनों बे-जुबान निकले

आपकी दोस्ती की एक नज़र चाहिए; यह दिल है बेघर इसे एक घर चाहिए; यूँ साथ चलते रहो ऐ दोस्त; यह दोस्ती हमें उम्र भर चाहिए।

एक दिन मुस्कुराहट ने हमसे पूछा; हर पल हमें क्यों भूल जाते हो! याद तो हम अपने दोस्तों को करते हैं; तुम क्यों चले आते हो!

हमारी दोस्ती कोई सर्दी बुखार नहीं जो आकर 2-4 दिनों में चली जाए; ये तो एड्स की तरह है जो एक बार हो जाए तो मौत के साथ ही जाए।